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बचपन के प्यार का पहला गाना रिकॉर्ड? यहाँ से देखे

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बचपन के प्यार का पहला गाना रिकॉर्ड! Sahdev Kumar Dirado जी नमस्कार इंतज़ार की घड़िया ख़तम हुयी बसपन का मेरा भूल नहीं जाना रे प्रसिद्ध हुए  सहदेव कुमार दिरदो का पहला गाना रिकॉर्ड हो गया है। बताते चले की  समय सहदेव कुमार दिरदो इस समय सोशल मिडिया पर तहलका मचाये हुए है। कौन कौन है फैन  क्या नेता क्या अभिनेता सब सहदेव कुमार दिरदो के गायिकी के स्टाइल के दीवाने है। अगर बात करे फैन फोल्लोविंग की तो इन जनाब  के फैन फोल्लोविंग लिस्ट में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सिंगर व रैपर बादशाह और कॉमेडी किंग कपिल शर्मा और यूएस  डांसिंग डैड के नाम से मशहूर रिकी पॉण्ड है। क्या है नए गाने में अभी हाल ही में सिंगर बादशाह ने इनसे फ़ोन पर बात की और इनको चंडीगढ़ बुलाया सूत्रों की माने तो एक धमाकेदार गाना रिकॉर्ड हुआ जो बादशाह और सहदेव ने  गाया है । और ये गाना जल्द ही रिलीज़ होगा तब तक आपको थोड़ा सा इंतज़ार करना होगा।                 

रामायण में सबसे ज्यादा भूमिका करने वाला व्यक्ति

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रामायण में सबसे ज्यादा भूमिका करने वाला व्यक्ति जब से रामानंद सागर की रामायण शुरू हुयी तब से सोशल मीडिया के सारे प्लेटफॉर्म पर बस एक ही व्यक्ति छाया हुआ है चाहे ट्विटर हो या फेसबुक लोगो को बस एक ही अभिनेता की तलाश है जिन अभिनेता के बारे में हम आपको बताने वाले है उन्होंने रामायण में सबसे ज्यादा रोल किये है जी हा हम बात कर रहे है असलम खान की ये एक ऐसे कलाकार है जिन्होंने 1987 में आयी सीरियल रामायण में सबसे ज्यादा रोल किये है आपने भी इनको समुद्र देवता, निषाद राज गुह के गुप्तचर, वानर सेना में वानर, और खर दूषण की सेना में राक्षस के रोल को किया है इसके अलावा भी रामायण में कई रोल किये है । सर्व समाचार की टीम से बातचीत में असलम खान ने बताया की उनकी पैदाइस झाँसी की है जब वे सवा महीने की थे तो उनके पिताजी मुंबई आ गए क्योकि उनके पिताजी रेलवे में थे । फिर बाकि की पढाई लिखे इनकी मुंबई में ही हुयी असलम खान बाबते है की उन दिनों अभिनय की शुरुवात उनके एक दोस्त के कारण हुयी जो पहले से ही सीरियलों में छोटे मोटे रोल किया करता था उनके कारण ही असलम की मुलाकात रामानंद सागर से हुयी जिन्होंने एक भजन ...

अब जिओ से दूसरे नेटवर्क पर बात करने के देने होंगे पैसे

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Reliance jio के उपभोक्ताओं के लिए बहुत बुरी खबर आ गयी है। क्योंकि अब जिओ से दूसरे नेटवर्क पर बात करना फ्री नहीं रहेगा। टेलीकॉम इंडस्ट्री में बहुत लम्बे समय से Interconnect Usage Charge को लेकर बहस होती आ रही है। रिलायंस चाहती थी की TRAI इस चार्ज को जीरो कर दे लेकिन TRAI ने ऐसा नहीं किया । जिससे रिलायंस जिओ को यह कदम उठाना पड़ा की अब ग्राहकों को दूसरे नेटवर्क पर बात करने के लिए 6 पैसे प्रति मिनट की दर से भुगतान करना होगा जबकि जिओ से जिओ मोबाइल और लैंडलाइन में सेवाएं वैसे ही चलती रहेगी । ये नियम आज की तारीख यानि की 10 अक्टूबर से लागू होगी । नए लागू हुए नियमो के लिए ग्राहकों को टॉप अप कराना होगा । बताते की चले की रिलायंस जिओ इस समय भारत की सबसे बड़ी टेलिकॉम कम्पनियो में गिनी जाती है ।रिलायंस ने अपने योजनाओ के जरिये टेलिकॉम इंडस्ट्री में तहलका मचा दिया ।                      

पाँच ऐसी जगहे जहा रावण की पूजा होती है (Five places where worships ravana)

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08 अक्टूबर को सम्पूर्ण भारत में दशहरा का त्यौहार मनाया जाएगा इस त्यौहार को लोग बुराई पर अच्छाई की विजय के रूप में मानते है । अतः इस त्यौहार को लोग विजय दशमी के रूप में भी जानते है । हिन्दू ग्रंथो के अनुसार इसी दिन भगवान् राम ने रावण का वध किया था । जिसके स्मरण स्वरुप लोग रावण का पुतला जलाते है । लेकिन भारत में ही कई ऐसी जगहे है रावण को जलाया नहीं पूजा जाता है । कर्नाटक, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश में कुछ ऐसी जगहे है जहाँ राम नहीं रावण की पूजा होती है और दशहरा के दिन यहाँ शोक मनाया जाता है ।     कर्नाटक   कर्नाटक राज्य के कोलार जिले में लोग फसल महोत्सव के दौरान जुलुस निकल कर रावण की पूजा की जाती है । कारण पूछने पर लोगो ने बताया की रावण भगवान् शिव का परम भक्त था जिसके कारण ही जुलुस में भगवान् शिव के प्रतिमा के साथ रावण की भी प्रतिमा होती है । एक अन्य जिले मांड्या के मालवल्ली तहसील में रावण का एक भव्य मंदिर है । जिसे लोग पूरी श्रद्धा के साथ पूजते है । राजस्थान  राजस्थान के जोधपुर जिले में मंदोदरी नामक गाँव को रावण और विवाह क...

भूँज, भुर्जी, भोजवाल का सामाजिक योगदान (Bhunj,Bhurji, Bhojwal)

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 अगर आपको किसी बाजार में मूंगफली का ठेला दिख जाए जिसमे एक लड़का या व्यक्ति मूंगफली या अन्य कोई दूसरा अन्न भून कर लोगो को बेच रहा है तो श्रीमान यही जाती है भूँज, भुर्जी, भोजवाल अलग - अलग प्रांतो में अलग - लग नामो से जाने जानी वाली एक ऐसी जाति की जिस पर अभी किसी सरकार की कृपा द्रिष्टि नहीं पड़ी है। सालो से यह जाति उपेक्षित होती रही है। समाज के हर वर्ग ने जब - जब मौका मिला है तब - तब इस जाती का शोषण किया है। यह समाज वर्षो से अन्न को भूनकर खाने योग्य बनाता है। गाँव के बगीचे में गिरी हुयी सुखी पत्तियों को समेटकर उसके गट्ठर को अपने सर पर उठाकर घर ले आता है। फिर अपने भाड़ की तैयारी कर अन्न को भुनने  में लग जाता है। हाड़ कपा देने वाली ठण्ड हो या माँस को पिघला देने वाली गर्मी चाहे मूसलाधार बरसात का मौसम हो यह समाज दो वक्त की रोटी के लिए निरंतर कड़ी मेहनत करता रहता है। यह समाज ब्राह्मण से लेकर दलित समाज के लोगो तक का प्रजा बना हुआ है लोगो के यहाँ शादी विवाह में इस समाज से धान को भूनकर उसका लावा लिया जाता है जो परछन के काम आता है बदले में लोग कुछ रूपये और ए...

कालीन नगरी भदोही

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।। कालीन नगरी भदोही ।।   कालीन नगरी भदोही, यह नाम है उस जिले का जो इलाहबाद वर्तमान में प्रयागराज और आध्यात्मिक शहर वाराणसी के बीच में स्थित है। जिसे ३० जून १९९४ को वाराणसी से अलग कर ६५ वें जिले के रूप में स्थापना की गयी।  यह जिला इलाहबाद जौनपुर वाराणसी मिर्ज़ापुर की सीमाओ से सटा हुआ है। यहाँ का कालीन उद्योग विश्वप्रसिद्ध है।   भारत के भौगोलिक मानचित्र पर यह जिला मध्य गंगा घाटी में २५.०९ अक्षांश उत्तरी से 25.३२ उत्तरी अक्षांश  तक तथा ८२.४५ देशांतर पूर्वी तक फैला है। इस जिले के नामकरण में भी बहुत उथल पुथल हुआ ३० जून १९९४ को जब इसकी स्थापना हुयी तब इसका नाम भदोही किया गया लेकिन जब सूबे की मुखिया मायावती बनी तब इसका नाम भदोही से बदलकर संत रविदास नगर कर कर दिया और फिर ०६ दिसंबर २०१४ को तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसका नाम पुनः भदोही कर दिया। इस जिले का मुख्य व्यवसाय कालीन है। यहाँ के कालीन व्यवसाय का लिखित साक्ष्य १६वीं सदी की रचना आईने अकबरी से मिलता है। लेकिन सरकार की इस हस्तशिल्प पर कोई खास ध्यान न मिलने से अब कालीन उद्योग दम तोड़ रहा है। अगर सरका...

सभी को प्रणाम नए शुरुआत के लिए

सभी को प्रणाम नए शुरुआत के लिए आज का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योकि आज शुरुआत हुयी है सर्व समाचार का जिसमे आपको देश दुनिया और स्वस्थ्य सभी के बारे में जानकारी मिलेगी अतः आप सभी के प्यार का मै कामना करता हूँ